Page 75 - Chayanika
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दटक-टॉक
आकयश गà¥à¤¤à¤°à¥à¤¤à¤¯
ो देश ािा ाता था, सोिे की रà¥à¤šà¤¡ या के िाम से,
षॠस देश की पहचाि थी, सके अमलू य नतहास से।
अब स देश की à¤à¤• िई पहचाि कछ स पà¥à¤°à¤•ार बिी,
ब से देश में टिक-ि क की à¤à¤• लहर सी चल ।
ी हााठटिक-िाक आप मंे से लगà¤à¤— सब ािते होंगे कक या बला है,
िाब शायद आपका या क र आपके प ोसी का स पर अका ं ि ला है।
सका सà¥à¤¤à¥à¤¤à¤®à¥‡ ाल करिे वाले कहते हंै सकी मदद से हम लद े मस हो ायगंे े,
हमारे ला ों करो ों ै ि रातों-रात हो ायगंे े।
दरअसल में वो यह िह ं ािते कक यह à¤à¤ª िको लस ष ललू बिाà¤à¤—ी,
और षॠदं गी मंे कामयाबी के िाम पर ें गा टद ायगे ी।
सिे ि ािे आ यवा पर या ादू कर डाला,
ल ककयां à¤à¤·à¥ िंग के िाम पर कर रह बहे ूदापि।
और ल के दाॠमछूं वाल आंटियााठबि रहे ह।ैं
आ के द र मंे कै सी हो सी चल कक देश की िता को देश कक िह ं प ी,
पà¥à¤¾à¤ˆ-लल ाई मंे िका टदल है िह ं लगता और काम के िाम से िका ी है लता।
देश की िता टिक-ि क पर तिी वà¥à¤¯à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ है,
नà¥à¤¹à¤‚े पता ह िह ं कक देश की आरà¥à¤¥à¤•ष वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¤à¥à¤¥à¤¾ असà¥à¤¤à¥à¤¤-वà¥à¤¯à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ है।
पर à¤à¤¸à¤¾ िह ं है कक टिक-ि क कछ अचà¥à¤›à¤¾ लस ाता िह ं,
सके पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ में आकर लोग कछ स पà¥à¤°à¤•ार के अचà¥à¤›à¥‡ काम à¤à¥€ करते हंै।
कोई ककसी को टदि-दहा े गोल मार रहा है,
े मस होिे के ललठकछ लोग अपिा ह गला कािते क र रहे ह।ैं
कोई अशà¥à¤² लता ै ला रहा है तो कोई मािलसक तिाव,
कोई देशदà¥à¤°à¥‹à¤¹ ै ला रहा है तो कोई राषà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¦à¥¤
कोई सगं ीत के िाम पर शोर मचा रहा है,
तो कोई डांस के िाम पर दंगे करवा रहा है।
कोई सामाषॠक à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¾à¤“ं को े स पहंचा रहा है,
यह कहिा गलत िह ं होगा कक देश के लोग रचिा मक ह।ंै
बस अपिी रचिा मक शषॠत को सह पयोग मंे लाय,ें
à¤à¤¸à¤¾ ि हो कक हम लोग टिक-ि क मंे ह ल े रह ाà¤à¥¤à¤à¤¾
और ससे बििे वाला समा हम से ह बा ी ि मार ाà¤à¥¤
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