डॉ. समीर वी कामत, सचिव, रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग (डीडीआरएंडडी) और अध्यक्ष डीआरडीओ को 13 जून 2025 से अध्यक्ष, आरएसी के पद का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।
श्री भानुप्रताप शर्मा ने 15 दिसंबर 2017 को अध्यक्ष आरएसी के रूप में पदभार ग्रहण किया ।
आप (बिहार कैडर 1981 बैच) के सेवानिवृत्त आई॰ए॰एस॰ अधिकारी हैं। आपने सेंट जेवियर कालेज रांची से भौतिक विज्ञान में मानद उपाधि तथा एक्स॰एल॰आर॰आई॰ जमशेदपुर से व्यापार प्रबंधन में स्नातकोत्तर डिप्लोमा धारण की है। आपके सेवाकाल के दौरान राष्ट्रीय रक्षा विद्यालय नई दिल्ली द्वारा 11 माह के दीर्घकालीन प्रशिक्षण कार्यक्रम में आपको रक्षा एवं सामरिक अध्ययन में एम॰फिल॰ की उपाधि से सम्मानित किया गया।
आपने बिहार में फील्ड पोस्टिंग के साथ अपने कैरियर की शुरुआत की। इसके बाद आप सचिवालय में केंद्र सरकार के साथ-साथ राज्य सरकार दोनों में महत्वपूर्ण पदों पर कार्यरत रहे, जहां आपने तीन विभागों में दीर्घकाल तक कार्य किया - कार्मिक (12 वर्ष), वित्त (5 वर्ष) तथा स्वास्थ्य (8 वर्ष)। राज्य सरकार में आपने वित्त, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, कृषि तथा पशुपालन जैसे महत्वपूर्ण विभागों में प्रधान सचिव तथा व्यय विभाग में सचिव के पद पर कार्य किया। केन्द्र सरकार में आप कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग में सचिव जैसे महत्वपूर्ण पद पर तथा कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग में स्थापना अधिकारी एवं अतिरिक्त सचिव के पद पर कार्यरत रहे।
सचिव कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग के पद से सेवानिवृत्ति के बाद आपको रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डी॰आर॰डी॰ओ॰) में भर्ती एवं मूल्यांकन केन्द्र (आर॰ए॰सी॰) का अध्यक्ष नियुक्त किया गया। यह केन्द्र रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन के वैज्ञानिकों की भर्ती एवं पदोन्नति का कार्य निष्पादित करता है। आप वर्तमान में बैंक बोर्ड ब्यूरो के अध्यक्ष भी है। यह एक इकाई है जो सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में शीर्ष स्तर की नियुक्ति तथा बैंकों के काम-काज को सुव्यवस्थित करने के तरीकों पर सरकार को सलाह देती है।
अपने कार्यकाल में आपको भर्ती से संबन्धित कैडर पुनर्गठन, नियुक्ति, पदोन्नति, प्रशिक्षण और सतर्कता मामलों से संबन्धित महत्वपूर्ण नीतियों पर सरकार को सलाह देने का अवसर मिला। आपको प्रशासनिक सुधार के लिए विभिन्न सुधार उपायों को कार्यान्वित करने का अवसर प्राप्त हुआ। आप कार्मिक और स्वास्थ्य दोनों क्षेत्रों में महत्वपूर्ण विधाई परिवर्तनों के कार्यों से जुड़े रहे।
आप ई-प्रशासनिक उपायों के प्रेरणास्रोत रहे। उनमें से बिहार की पूर्ण ऑनलाइन ट्रेजरी प्रणाली (2009), अल्पसंख्यक योग्यता छात्रवृति प्रबंधन प्रणाली 2010-11, आई॰ए॰एस॰ अधिकारियों के लिए ऑनलाइन ए॰पी॰आर॰ प्रबंधन प्रणाली (स्पैरो) 2014 और अन्य केन्द्रीय सेवाओं में उनको प्रतिपादित करना उल्लेखनीय है। सतर्कता स्थिति में विलंब, केन्द्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उद्यमों में बोर्ड स्तर की नियुक्तियों में देरी का एक महत्वपूर्ण कारण है जिसके लिए 2017 में प्रारम्भ किए गए ऑनलाइन प्रणाली “सॉल्व” (SOLVE) में आपका योगदान रहा है।